Wednesday, December 29, 2021

भारत माता

 भारत माता"।      २१/१२/२१.

केसा लगता है भारत माता।
जब तुम्हारी संताने
रोज भरती हैं, "हुंकार"
करती है "दंगल"
उनकी असभ्य भाषा
कर देती है हमारे संस्कारों
को लहू लुहान।
बे रोज करते है अपमान
माताओं और बेटियों का,
पता नही किस मुंह से बोलते है
भारत माता की जय।
हर रेली में भाषण के बाद,
उनके चरित्र दागदार
उतारते है कपड़े एक दूसरे के।
मारते है ऐसे तीर जो 
दिल के हो जाते है "आर पार"
ये क्या किसी "वीर दास "से कम है
जो दुनिया में रोज उड़बाते हैं
भारत माता का मजाक।
कितनी अक्षम रही सरकारें
पकड़ नही पाती गद्दार
असली हिंदू, नकली हिंदू
हो जाय फैसला एक बार
नकली हिंदू,देश द्रोही,
खालिस्तानी, आतंकवादी।
मवाली, अवार्ड बापिसी गैंग।
टुकड़े टुकड़े गैंग।
सब को दे दो फांसी
और ले आओ तुम्हारा
राम राज्य।,
भारत मां मुबारक हो तुम्हे
असली हिंदू की सरकार।
सब एक दूसरे के खून के प्यासे
सदियों से।
सत्ता की भूख ने 
सदियों से लिखे
ना जाने कितने इतिहास।
असली हिंदू आओ
करो नकली हिंदू का
नर संहार।
भारत मां की जय जय कार।

राकेश श्रीवास्तव पुणे
२१/१२/२०२१.

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