Monday, January 3, 2022

 "विकास""।          ३१/१२/२०२१.


हमने  विकास  तो किया हैं
बड़े बड़े बांध बनाकर।
पोखरण से अंतरिक्ष तक
सफर किया हैं।
विज्ञान, तकनीकी, संचार,
कर लो दुनिया मुट्ठी में
रचा नया इतिहास।
अपनी गाड़िया,अपना बाजार,
स्वदेशी वस्तु का अंबार
हीरो,बजाज, युवाओं का  हमसफर
हैं आज।
देश की धड़कन हमारा बजाज।
बस एक विकास गलत हो रहा है।
नफरत का।जो जला देगा 
हमारी एकता, अखंडता,
कुछ लोग मजे करेंगे
बस घर गरीबों के ही जलंगे।
रोकना होगा नफरत का विकास।
नही तो निकलेगी हर घर से लाश।
इस चिंगारी को बुझाना होगा
सारे जहां से अच्छा हिंदुस्तान को
बचाना होगा।
वर्ना हमे पछताना होगा,
सब हो जायेगा तार तार
एक दूसरे के प्रति प्यार।
कहां मिलेंगे यार।
सांझे चूल्हे,आंगन, चोपाल,
विरासत और सौगात।
पुरखो ने बनाया ये सब
ना दिन देखा न रात।
आओ हम विकास करे,
एक दूसरे से प्यार करे।
जहर उगलने वाले,
जहर उगलते रहें
नफरत फैलाने वाले 
नफरत करते रहें
मानवता से इंसानियत से।
 बस तुम जागते रहना।
गंगा जमुना तहजीव को
बस मानते रहना।
अपने अपने पड़ोसी का।
बस हाथ थांबे रहना।
विश्वास न टूटने पाए।
भारत और आगे बड़ेगा
विकास , भाईचारे, प्रेम के 
नए इतिहास लिखेगा।
हमने विकास तो किया हैं
अभी और करना हैं।
नफरत के बोलो से बाहर निकल कर आए
सारे जहां से अच्छा हिंदुस्तान बनाए।

राकेश श्रीवास्तव पुणे

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